इंटरोगेट इंटरनेट
आधुनिकता क्या होती है.
किसे कहते है.
किसे मानते और समझते है पर निर्भर है.
जो हमें प्रकृति और निसर्ग से दूर ले जाये.
रोटी/कपडा/मकान/सकारात्मक सोच प्रदान न कर सके.
झूठ प्रचारित हो.
तथाकथित ईश स्तुति पर व्यवासाय को बढा दे
साइबर क्राइम बढा दे.
सृजनात्मक कला पर विसर्ग लगा दे.
विज्ञान वरदान की बजाय अभिशाप बन जाये
मानवीय मूल्यों का ह्रास होता हो.
नासमझ अविवेकपूर्ण फैसले लिए जाते हो.
आप समझ सकते हैं,
इंटरनेट
एक नासमझ औषधि को जहर बना लेता है
एक समझदार जहर को भी औषध …
वैयक्तिकता पर प्रहार.