इंटरनेट पर इश्क
आज इंटरनेट का ज़माना है
हर कोई सोशल साइट्स का मतवाला है
मिलने का अब टाइम है नहीं
इश्क भी व्हाट्सएप वाला है।।
बच्चा हो या बूढ़ा अमीर या गरीब
सबके पास अपना मोबाइल है
व्हाट्सएप और फेसबुक पर
सबका अपना अपना प्रोफाइल है।।
अंजु बनकर चैट कर रहा
संजू, इसमें बुराई क्या है
कोई नहीं जानता प्रोफाइल
के पीछे की सच्चाई क्या है।।
फिर भी मिल जाते है दिल कई
बन जाती है कहानियां नई
फेसबुक की टाइमलाइन पर
रह जाती है अधूरी कहानियां कई।।
हैलो हाय से शुरू करके बात
धीरे धीरे दोस्ती तक पहुंचते है
जीते है फिर आभासी दुनिया में
जाने कैसे कैसे ख्वाब बुनते है।।
चैटिंग होती है फिर अक्सर
मीटिंग का प्लान बनता है
दिखती है जब सूरत उसकी
दिल पर गहरा धक्का लगता है।।
चैट पर जो बता रहा था
अपनी उम्र अठारह बरस
देखकर उसकी अधेड़ उम्र
खुद पर ही आता है तरस।।
संभलकर न रहे तो उल्लू भी
बन सकते है इंटरनेट के इश्क में
कोई भावनाएं नहीं होती है
इंटरनेट पर पलने वाले इश्क में।।
बातें तो होती है लेकिन दिल में
आत्मीयता का रिश्ता नहीं होता
इंटरनेट का इश्क तो टाइम पास है,
दिल से दिल का कोई नाता नहीं होता।।