आ ही गई बरसात
लो आज आ ही गई
बरसात
कब से इंतजार में बैठे थे
हम और तुम
गुमसुम गुमसुम
प्यासे पशु पक्षी
कितना परेशान थे
आशा में जिंदा थे
दिखते बेजान थे
जीवन का अमृत
ला ही गई बरसात
लो आज आ ही गई
बरसात
लो आज आ ही गई
बरसात
कब से इंतजार में बैठे थे
हम और तुम
गुमसुम गुमसुम
प्यासे पशु पक्षी
कितना परेशान थे
आशा में जिंदा थे
दिखते बेजान थे
जीवन का अमृत
ला ही गई बरसात
लो आज आ ही गई
बरसात