Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2024 · 1 min read

आ गए आसमाॅ॑ के परिंदे

आ गए आसमाॅ॑ के परिंदे
छा गए आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए
कोई भी इनमें कम नहीं
कोई भी इनको गम नहीं
बतला रहे आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए
दिलों में इनके अरमान हैं
भोले हैं चाहे नादान हैं
समझा रहे आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए
चंदा को हैं ये लाने चले
सूरज को है पाने चले
लहरा रहे आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए
सपने संजोए हैं सभी
ख्वाब पिरोए हैं सभी
मुस्कुरा गए आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए
उमंग और विश्वास ले
‘V9द’ उड़ आकाश में
इठला रहे आसमाॅ॑ के परिंदे – आ गए

2 Likes · 142 Views
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
पराया धन
पराया धन
इंजी. संजय श्रीवास्तव
फूल   सारे   दहकते  हैं।
फूल सारे दहकते हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शब्द
शब्द
Ajay Mishra
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रीतम  तोड़ी  प्रीतड़ी, कर  परदेसा  वास।
प्रीतम तोड़ी प्रीतड़ी, कर परदेसा वास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
छोटी छोटी चीजें देख कर
छोटी छोटी चीजें देख कर
Dheerja Sharma
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
Stop use of Polythene-plastic
Stop use of Polythene-plastic
Tushar Jagawat
थमा गया
थमा गया
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
Manisha Manjari
दीप आशा के जलें
दीप आशा के जलें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
An eyeopening revolutionary poem )क्यूँ दी कुर्बानी?)
An eyeopening revolutionary poem )क्यूँ दी कुर्बानी?)
komalagrawal750
देख लेती जब, तेरी जानिब ,
देख लेती जब, तेरी जानिब ,
Dr fauzia Naseem shad
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
शीर्षक – जीवन पथ
शीर्षक – जीवन पथ
Manju sagar
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
bharat gehlot
प्रीत
प्रीत
Annu Gurjar
अपने मां बाप की कद्र करते अगर
अपने मां बाप की कद्र करते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
" जिन्दगी के पल"
Yogendra Chaturwedi
इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
Dhirendra Singh
Love is not about material things. Love is not about years o
Love is not about material things. Love is not about years o
पूर्वार्थ
राम आयेंगे
राम आयेंगे
Sudhir srivastava
"सोच खा जाती हैं"
ओसमणी साहू 'ओश'
4202💐 *पूर्णिका* 💐
4202💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम
प्रेम
Shweta Soni
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
मैं पढ़ता हूं
मैं पढ़ता हूं
डॉ० रोहित कौशिक
युद्ध का रास्ता
युद्ध का रास्ता
Arun Prasad
Loading...