*आ गई जन्माष्टमी (भक्ति गीतिका)*
आ गई जन्माष्टमी (भक्ति गीतिका)
_________________________________
1
आनंद का उत्सव मनाओ, आ गई जन्माष्टमी
शुभ झाँकियाँ सुंदर सजाओ, आ गई जन्माष्टमी
2
स्वादिष्ट चरणामृत बना हो दुग्ध-दधि के मेल से
सब ढेर पंजीरी बनाओ, आ गई जन्माष्टमी
3
हो शीश पर शुचि मोरपंखी, बॉंसुरी हो होंठ पर
चित्रण यही मन में बसाओ, आ गई जन्माष्टमी
4
नजदीक में राधा खड़ी हों,प्यार में डूबी हुईं
फिर रास को वह दोहराओ, आ गई जन्माष्टमी
5
जो थी हजारों साल पहले कृष्ण ने गाई कभी
फिर से वही गीता सुनाओ,आ गई जन्माष्टमी
6
काले घने बादल घिरे हैं, घोर बारिश हो रही
यों पार फिर यमुना कराओ,आ गई जन्माष्टमी
7
क्या रंग गोरा और काला, क्या रखा इस बात में
यह बात सबको ही बताओ,आ गई जन्माष्टमी
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451