Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

नये दौर में नये मिज़ाज के साथ
तोड़ रिश्ते कल का,आज के साथ ।
हुस्नोईशक़ से परे,हक़ीक़त से भरे
कहूंगा गज़ल नये अंदाज़ के साथ ।
तारीफें नहीं तो ,तन्कीदें ही सही
है मुझे कबूल ,पर एतराज़ के साथ ।
आँखें मूंद कर आशिक़ी मंजूर नहीं
शायरी मेरी चलेगी,समाज के साथ ।
भले गूजर जाऊँ गुमनाम गम नहीं
नहीं चलना अजय रिवाज के साथ ।
-अजय प्रसाद

2 Likes · 1 Comment · 204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चोर साहूकार कोई नहीं
चोर साहूकार कोई नहीं
Dr. Rajeev Jain
मुस्कराना
मुस्कराना
Neeraj Agarwal
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
ओनिका सेतिया 'अनु '
कविता _ रंग बरसेंगे
कविता _ रंग बरसेंगे
Manu Vashistha
जाने क्या-क्या कह गई, उनकी झुकी निग़ाह।
जाने क्या-क्या कह गई, उनकी झुकी निग़ाह।
sushil sarna
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
Ranjeet kumar patre
🙅यक़ीन मानिए🙅
🙅यक़ीन मानिए🙅
*प्रणय प्रभात*
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
नृत्य किसी भी गीत और संस्कृति के बोल पर आधारित भावना से ओतप्
Rj Anand Prajapati
आपका ही ख़्याल
आपका ही ख़्याल
Dr fauzia Naseem shad
17== 🌸धोखा 🌸
17== 🌸धोखा 🌸
Mahima shukla
प्रेम न तो करने से होता है और न ही दूर भागने से प्रेम से छुट
प्रेम न तो करने से होता है और न ही दूर भागने से प्रेम से छुट
पूर्वार्थ
3043.*पूर्णिका*
3043.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निराशा से आशा तक 😊😊
निराशा से आशा तक 😊😊
Ladduu1023 ladduuuuu
एक दिया बहुत है जलने के लिए
एक दिया बहुत है जलने के लिए
Sonam Puneet Dubey
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*दहेज: छह दोहे*
*दहेज: छह दोहे*
Ravi Prakash
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
Shweta Soni
दिल से
दिल से
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"ख्वाब"
Dr. Kishan tandon kranti
“भोर की पहली किरण , ह्रदय को आनन्दित करती है ,
“भोर की पहली किरण , ह्रदय को आनन्दित करती है ,
Neeraj kumar Soni
कौन हूँ मैं ?
कौन हूँ मैं ?
पूनम झा 'प्रथमा'
जुबां
जुबां
Sanjay ' शून्य'
मिन्नते की थी उनकी
मिन्नते की थी उनकी
Chitra Bisht
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
जिंदगी हमें किस्तो में तोड़ कर खुद की तौहीन कर रही है
शिव प्रताप लोधी
आज जगा लें अंतःकरण।
आज जगा लें अंतःकरण।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...