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27 Jul 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

इश्क़ पे बदनुमा दाग है ताजमहल
फक़त कब्रे मुमताज है ताज महल ।
होगा दुनिया के लिए सातवां अजूबा
मेरे लिए तो इक लाश है ताज महल ।
फना जो खुद हुआ नहीं मुहब्बत में
उस की जिंदा मिसाल है ताजमहल ।
लोग खो जाते हैं इसकी खूबसूरती में
भूल जाते हैं कि उदास है ताजमहल ।
किसी की मौत पे इतना बड़ा मज़ाक
प्रेम का इक बस उपहास है ताजमहल ।
या खुदा इतनी खुदगर्जी आशिकी में
शाहजहाँ का मनोविकार है ताजमहल ।
अब छोड़ो भी तुम अजय गुस्सा करना
समझ लो कि इतिहास है ताज महल ।
-अजय प्रसाद

1 Like · 406 Views
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