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12 Jul 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

उसकी महफिल से निकाला गया
कुछ इस तरहा मुझे संभाला गया ।
मैं तो डूब चला था इश्क़ में उसके
मुझे अच्छी तरह से खंगाला गया ।
आपको तरक्की मुबारक हो हुजूर
छिना तो गरीबों का निवाला गया ।
जिन हादसों में लोग जां गंवाते हैं
मुझे उन्हीं हादसों में है पाला गया ।
वक्त हमेशा से रहा है मेरे खिलाफ
मेरे हरआज को कल पे टाला गया।
खुदा खुश है अपनी। कामयाबी पे
था बला अजय जिसको टाला गया ।
-अजय प्रसाद

4 Likes · 4 Comments · 214 Views
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