Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2022 · 2 min read

√√आहत आज तिरंगा (गीत)

आहत आज तिरंगा (गीत)
==========================
दर्द नहीं भारत माता को है दुश्मन के वारों से
आहत आज तिरंगा घर के भीतर के गद्दारों
से
(1)
बारूदों को लेकर सेना की बस से जो टकराए
वह हमें पता नापाक पाक के रिश्वतखोर पराए
लेकिन जिनका खून न खौला पुलवामा की
घटना से
नहीं मानना जिनको ज्यादा यह केवल
दुर्घटना से
यह प्रभुता को मिली चुनौती भारत ने
स्वीकार करी
यह मोदी का नया हिंद था साहस जिसमें शक्ति भरी
पुलवामा का बदला लेने बालाकोट चढ़ाई की
आतंकी को कलम-बमों से समझा पाठ
पढ़ाई की
गूँज उठा जब देश समूचा सेना के जयकारों
से
लगे बोलने कुछ अपने ही आतंकी हत्यारों-
से
दर्द नहीं भारत माता को है दुश्मन के वारों से
आहत आज तिरंगा घर के भीतर के गद्दारों
से
(2)
सेना का अद्भुत शौर्य-पराक्रम जिनको रास न
आया
दो टूक हिंद ने दृढ़ता से अभिनंदन को
छुड़वाया
दुनिया भर में जब गूँज उठा भारत का सैनिक
डंका
यह था कुछ ऐसे ही जैसे जीती रावण की लंका
यह थी साहस से खड़े हुए भारत की गौरव गाथा
यह उच्च मनोबल था जिससे भारत का ऊँचा
माथा
यह लिए हुए प्रण प्रबल राष्ट्र था दुश्मन अब
हारेगा
नहीं नहीं डरेगा हिंद शत्रु के घर घुसकर मारेगा
टाँग खींचने की लेकिन अपनों को ही थी बीमारी
मोदी जिंदाबाद नहीं कहने की इनकी लाचारी
भारत यह बलहीन कर रहे राजनीति के नारों
से
पीड़ा यह शक्की-दिमाग अपनों के छुद्र विचारों से
दर्द नहीं भारत माता को है दुश्मन के वारों से
आहत आज तिरंगा घर के भीतर के गद्दारों से
**********************************
रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
राही
राही
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
Priya princess panwar
चोला रंग बसंती
चोला रंग बसंती
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता)
एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता)
Mohan Pandey
2715.*पूर्णिका*
2715.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर
अनिल कुमार
फ़ानी
फ़ानी
Shyam Sundar Subramanian
नज्म- नजर मिला
नज्म- नजर मिला
Awadhesh Singh
◆ मेरे संस्मरण...
◆ मेरे संस्मरण...
*प्रणय प्रभात*
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
कवि दीपक बवेजा
क्रिकेट
क्रिकेट
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
बरखा
बरखा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*सपने कुछ देखो बड़े, मारो उच्च छलॉंग (कुंडलिया)*
*सपने कुछ देखो बड़े, मारो उच्च छलॉंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
*Hey You*
*Hey You*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्रम दिवस
श्रम दिवस
SATPAL CHAUHAN
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम पल्लवन
प्रेम पल्लवन
Er.Navaneet R Shandily
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
दिल से कह देना कभी किसी और की
दिल से कह देना कभी किसी और की
शेखर सिंह
سیکھ لو
سیکھ لو
Ahtesham Ahmad
तू मुझे क्या समझेगा
तू मुझे क्या समझेगा
Arti Bhadauria
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
gurudeenverma198
नारी और चुप्पी
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दोहे- चरित्र
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूर्वार्थ
दिल से ….
दिल से ….
Rekha Drolia
Loading...