आस्था राम पर
आस्था राम पर
ये सनातन सत्य है इसे आज तक ना कोई भेद पाया
जो भी डूबा इसमें उसने ही इसके भेद को पाया
तुम हमारी आस्था पर चोट क्यों बार बार करते हो
तुम हमारी आस्था पर चोट क्यों बार बार करते हो
बार-बार अपमानित करने का यत्न हमेशा करते हो
तुम क्या जानो इस महान संस्कृति में क्या कुछ छुपा है
तुम क्या जानो इस महान संस्कृति में क्या कुछ छुपा है
जो भी आया इस धरा पर उसको सहर्ष अपनाया
माटी माटी एक है अपनी फर्क इनमें भला कहीं होता है
पूजता है कोई माटी को कोई माता धरती को कहता है
आराध्य हैं प्रभु राम हमारे क्यों बातें अनर्गल करते हो
आराध्य हैं प्रभु राम हमारे क्यों बातें अनर्गल करते हो
बार-बार लेकर के मेरे देव को तंज हमेशा क्यों कसते हो
सहिष्णुता और प्रेम का अदभुद मिश्रण है सत्य सनातन
सहिष्णुता और प्रेम का अदभुद मिश्रण है सत्य सनातन
एक दूजे संग मिलकर रहना यहीं देखने को मिलता है
इति।
इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश
9425822488