आस्था गीत
मेरी आस्था मेरे राष्ट्र को,कोटि कोटि वंदन
सीस नवउँ नित प्रतिदिन करूँ मैं राष्ट्र को वंदन
शत-शत नमन राष्ट्र की रज को करूँ मैं नित नित वंदन
नमन कोटि जन-जन को भी करती आज मैं अभिनंदन।
मेरी आस्था मेरे राष्ट्र को,कोटि कोटि वंदन
शश्य-श्यामलाप्रकृतिसुन्दरी पृथ्वी को कोटिशः वंदन
नमन भूमि भारत को करती शत शत अभिनंदन
मेरे देश की माटी को मेरा शत शत वंदन।
मेरी आस्था मेरे राष्ट्र को,कोटि कोटि वंदन
एक रहे हैं एक रहेंगे, यह विश्वास अभिनंदन
आर्यावर्त हमारा है,उसको करती मैं वंदन
पावन कैलाश हमारा कोटिशः मेरा अभिनंदन।
मेरी आस्था मेरे राष्ट्र को,कोटि कोटि वंदन
भक्ति-श्रद्धा-प्रेम की गाथा को मेरा वंदन
संस्कृति शस्य-श्यामला भूमि को मेरा अभिनंदन
नन्दन बनाती संस्कृति मेरी कोटि कोटि वंदन।
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद