आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना
आसान नहीं होता सफर घर से होस्टल का,
यू तो कहने को इंस्टीट्यूट एक छोटा शब्द मात्र है
पर जीतना कठिन यह शब्द बोलने में है
उस से ज्यादा कठिनाई यहाँ तक पहुँचने में होती है।
आसान नही होता सफर घर से होस्टल का
लाखो बच्चों की भीड़ से निकल कर
अपने नाम का सिक्का जमाना।
आसान नही होता खुद के दम पर कामना।।
रातों को जग कर पढ़ना पड़ता है,
घर से कोसों दूर ,
साथियों के साथ छोटे से कमरे में रहना पड़ता है।
भूख न हो तो भी मेस के टाइम से खाना होता है।
वहाँ कोई नहीं होता तुम्हे मनाने वाला।
कोई नही होता नींद से जगाने वाला।
जब कभी अगर थकान से बुखार आ जाये
खुद चलकर दवाखाना जाना होता है।
सर दुखे चाहे ,बदन खुद हिम्मत से
अपनी राह चलना होता है।
आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना।
ये इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐसा क्षेत्र है,
जहाँ सिर्फ किताबी पढ़ाई नही होती।
खेल कूद ,मौज मस्ती के साथ
खुद को पॉलिस करने की बारी होती है।
फिर अपने फील्ड में आगे बढ़ कर
दुनियाँ में नाम हासिल करने की तैयारी होती है।।
संध्या चतुर्वेदी
मथुरा, उप