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17 Jul 2021 · 1 min read

आसमान का साया

आसमान हो
सूरज का या
बिना सूरज का
चांद का या
बिना चांद का
सितारों का या
बिना सितारों का
बादलों का या
बिना बादलों का
बारिश का या
बिना बारिश का
घटाओं का या
बिना घटाओं का
बिजलियों का या
बिना बिजलियों का
परिन्दों का या
बिना परिन्दों का
पतंगों का या
बिना पतंगों का
रंगों या
बिना रंगों का
इन्द्रधनुष या
बिना इन्द्रधनुष का
प्रकाश या
बिना प्रकाश का
अंधेरे या
बिना अंधेरे का
आसमान का स्वरूप कैसा भी
हो
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
आसमान का साया बस
ढकता रहे मेरे घर की
छत को
बना रहे
सदैव मेरा प्रहरी
मेरा रक्षक
मेरे दिल का मेहमान
मेरे से जुड़ा रहे
अपना प्यार का आंचल
फैला
मुझे खुद से बांधे रखे
बस
इससे ज्यादा
मुझे कुछ और उससे नहीं
चाहिए।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
2 Likes · 412 Views
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