Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2021 · 1 min read

आसमानी पुस्तकें

आसमानी पुस्तकें

नहीं चाहिएं
तुम्हारी दिव्य पुस्तकें
तुम्हारी पुस्तकें हैं आसमानी
मेरी समस्याएं हैं जमीनी
नहीं है समाधान
मेरी समस्याओं का
तुम्हारी आसमानी पुस्तकों के पास।

मुझे नहीं चाहिएं
तुम्हारी आसमानी पुस्तकें।
मुझे चाहिएं,
व्यवहारिक पुस्तकें-
जमीन से जुड़ी पुस्तकें-
जो कर सकें
मेरी समस्याओं का समाधान।

तुम्हारी आसमानी पुस्तकें
लिखी हैं दिव्यपुरुषों ने
इसलिए ही
अपवित्र होने का
बेअदबी होने का
बना रहता डर।

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
2 Likes · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
Sanjay ' शून्य'
वक्त को वक्त समझने में इतना वक्त ना लगा देना ,
वक्त को वक्त समझने में इतना वक्त ना लगा देना ,
ज्योति
कुछ करा जाये
कुछ करा जाये
Dr. Rajeev Jain
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
Paras Nath Jha
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
sudhir kumar
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
Kanchan Alok Malu
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
Sushila joshi
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
कर्म कभी माफ नहीं करता
कर्म कभी माफ नहीं करता
नूरफातिमा खातून नूरी
तेरी पनाह.....!
तेरी पनाह.....!
VEDANTA PATEL
इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति को उसके अलावा कोई भी नहीं हरा
इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति को उसके अलावा कोई भी नहीं हरा
Devesh Bharadwaj
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
औरों की तरह हर्फ़ नहीं हैं अपना;
औरों की तरह हर्फ़ नहीं हैं अपना;
manjula chauhan
प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कल चमन था
कल चमन था
Neelam Sharma
सोने के भाव बिके बैंगन
सोने के भाव बिके बैंगन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दरक जाती हैं दीवारें  यकीं ग़र हो न रिश्तों में
दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में
Mahendra Narayan
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
कवि रमेशराज
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
माँ से मिलने के लिए,
माँ से मिलने के लिए,
sushil sarna
अनुभूति
अनुभूति
Dr. Kishan tandon kranti
3090.*पूर्णिका*
3090.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ की आँखों में पिता / मुसाफ़िर बैठा
माँ की आँखों में पिता / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
पयसी
पयसी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*ऐसा हमेशा कृष्ण जैसा, मित्र होना चाहिए (मुक्तक)*
*ऐसा हमेशा कृष्ण जैसा, मित्र होना चाहिए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जीवन का सम्बल
जीवन का सम्बल
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
Ranjeet kumar patre
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अहसास तेरे होने का
अहसास तेरे होने का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Loading...