Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

आसमां बुलाता है

आसमां बुलाता करता, हमें इशारे भी
छोड़ के जमीं को आ , लोक यह पुकारे भी

याद तू करा जाये , छोड़ जब यहाँ आये
समय बाद भूले तुझको , सभी तुम्हारे भी

तू ठगा गया खुद से ही , यहाँ जमाने में
फिर खुदा उबारेगा , देख ये नजारे भी

तू नही अकेला है साथ में , वहीं भगवाँ
पार अब लगायेगें , आपको सितारे भी

नाव ले तुझे जायें , अब कहाँ यहीं जीवन
पर जहाँ चलेगी ये , साथ है किनारें भी

कोन सी रची लीला , आज यह विधाता ने
नाच कर नग्न इज्जत , फिर सभी उतारे भी

नोच कर इंसाँ खाता , है खुदा हमारा अब
कोन फिर सँभाले है , जो हुए शिकारे भी

डॉ मधु त्रिवेदी

70 Likes · 489 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी
नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
My life's situation
My life's situation
Sukoon
नेता जी शोध लेख
नेता जी शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
माँ की दुआ
माँ की दुआ
Anil chobisa
हमे अब कहा फिक्र जमाने की है
हमे अब कहा फिक्र जमाने की है
पूर्वार्थ
3225.*पूर्णिका*
3225.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम करो वैसा, जैसा मैं कहता हूँ
तुम करो वैसा, जैसा मैं कहता हूँ
gurudeenverma198
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
ऐ दिल न चल इश्क की राह पर,
ऐ दिल न चल इश्क की राह पर,
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
Monika Verma
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
इक चितेरा चांद पर से चित्र कितने भर रहा।
इक चितेरा चांद पर से चित्र कितने भर रहा।
umesh mehra
सब अपने नसीबों का
सब अपने नसीबों का
Dr fauzia Naseem shad
शिखर पर पहुंचेगा तू
शिखर पर पहुंचेगा तू
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
💐प्रेम कौतुक-342💐
💐प्रेम कौतुक-342💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
धीरज रख ओ मन
धीरज रख ओ मन
Harish Chandra Pande
हकीकत जानते हैं
हकीकत जानते हैं
Surinder blackpen
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वो रास्ता तलाश रहा हूं
वो रास्ता तलाश रहा हूं
Vikram soni
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
"खिलाफत"
Dr. Kishan tandon kranti
*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काऍं होली में 【 हिंदी गजल/ गीत
*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काऍं होली में 【 हिंदी गजल/ गीत
Ravi Prakash
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
आजकल अकेले में बैठकर रोना पड़ रहा है
Keshav kishor Kumar
राम तेरी माया
राम तेरी माया
Swami Ganganiya
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
Sanjay ' शून्य'
Loading...