आसमां के गर पंख जो होते
आसमां के गर पंख जो होते
धरा पर हमारे घर न होते
ग़र आसमां से , बूंदों की वर्षा न होती
जीवन हमारे यूं , पुष्पित न होते
आसमां के गर पंख जो होते
धरा पर हमारे घर न होते
ग़र आसमां से , बूंदों की वर्षा न होती
जीवन हमारे यूं , पुष्पित न होते