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9 Jun 2023 · 1 min read

आशा की किरण

आ गई वही निस्तब्ध निशा ,
मन है शांत-विशांत एकांत ।
झुंझला कर विश्वास डोल रहा,
आशा की किरण बोल रहा।

ह्रदय को रख तसल्ली धैर्य से ,
कट जायेगा दिन शिकायतों का।
हालातों का हुलिया बदलेगा,
निराशाओं का दौर गुजरेगा ।

वक़्त के हाथ नहीं होते शिकार।
जीवन जीना है हमारा अधिकार ।
आखरी बाजी‌ का नहीं फिकर ,
कितने नजर लगाये दुश्मन इधर।

रखते हैं हम जीतने का माद्दा ,
मुश्किलें आये कम या ज्यादा ।
जीत का जज्बा रख खड़ा येही,
हारा वही जिसने लड़ा नहीं।

Language: Hindi
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