आव्हान
जागो नवयथार्थ नवजीवन में दूर करो व्याप्त द्वेष, क्लेश और अनाचार।
नष्ट करो सर्वांग अहम् को त्याग स्वार्थ जागृत करो जनसमर्पित आचार ,व्यवहार।
कर्मवीर कर्मठ बनो सतत् कल्याण रत रहित मलिन विचार ।
निर्बल का संबल बनो करो अन्याय ,अत्याचार विरुद्ध प्रतिकार।
ध्वस्त करो कुटिल मंतव्यों को कर प्रशस्त सर्वशांति सद्भाव मार्ग प्रेरित करो सदाचार।
सिद्ध करो सार्थक जीवन मानव का सार्वभौम सहअस्तिव भाव का जनमानस मे हो संचार।