आवाम! चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं!!!
आवाम !चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं,
तुम्हारी बेरोजगारी को,
तुम्हारी नकारेपन और निठ्ठलेपन को,
तुम्हारी गुलाम मानसिकता को,
खुश हो जाओ और तैयार रहो,
गाय गोबर पर बहस के लिए,
क्यों कि तुमने ही चुना है,
अपने लिए बम बारूद चलाने वालों को,
बेटी से बढ़ पशु के प्रेमी को,
तुम सच में बधाई के पात्र हो,
क्यों? क्यों कि अब तो पूरी कमान सौंप दी,
अब सवाल कोई कैसे और क्यों पूछेगा,
और जवाब भी कोई क्यों देगा..?
अब तो हद होगी जुल्म की,
लागू होगा मनुस्मृति और नागपुरिया कानून,
तुम तो मजे करना खाली सिलेंडर लेकर,
और भूखे पेट शौचालयों में,
खुश होना जब कोई अखलाक और रोहित फिर मारा जाएगा,
जब कोई नजीब फिर गायब होगा,
आओ बधाई दूं, लोकतंत्र की हत्या के लिए,
किसानों के आत्महत्या, और रेपिस्ट बहनों के साथ,
हुए अन्याय के लिए,
जवानों की मर्डर और छात्र नौजवानों के कुचलने के लिए,
तुम महान हो और बधाई के पात्र हो,
जो ऐसा दिव्य पुरुष चुना अपने लिए,
अपने बच्चो के भविष्य के लिए,
तुम्हे बहुत बहुत बधाई….! और हैप्पी तानाशाह तंत्र…!!!!
……राणा……
तुम वोट किसी को दो,किसी को जिताओ,
पर अगर तुम्हे कभी हक की लड़ाई लड़ना पड़ा, तुम्हारे पास इसके लिए दो ही ऑप्शन होंगे पहला वामपंथ और दूसरा भी वामपंथ ।।। ….राणा….