आवाज ही व्यक्तित्व की पहचान बनती है ।
ज्यादा बोलने से बकवास बनती है ।
दिलासा दे शब्द नयी आस बनती है ।
बडी ताकत है शब्द में जाना मैंने।।
सत्यता की कसौटी से सुभाष बनती है ।।
कहने के तरीके से ही औषधि बान बनती है ।
गीता बाइबिल कुरान बनती है ।
थोड़ा जाना तो चतुर वाक् के हुए।
आवाज ही व्यक्तित्व की पहचान बनती है ।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र