#आर्या को जन्मदिन की बधाई#
कदम बुलंदी को चूमे
सपने सारे सच हो जाएं।
कदम तुम्हारे जहां पड़े,
सब मंगल मंगल हो जाए।
जो चाहो वो सब पाओ,
खुशियों से दामन भर जाए।
आने वाला हर पल बिटिया,
तेरे जीवन में उत्सव बन आए।
मेरे लिए था, सबसे खुशी का दिन,
जिस दिन तुम मेरी गोदी में आई।
सूनी थी जीवन की बगिया,
अपनी किलकारी से महकाई।
सब दर्द भूल गई तेरी मां,
जब तेरी आवाज़ सुनी
सर चूमा था तेरा मैंने,
सारे जहां की खुशियां थी मुझे मिली।
वो पल भी है याद मुझे,
जब पहली बार था तुमने बोला।
अम्मा अम्मा वो शब्द है,
जो था तेरे मुख से निकला।
पर बिटिया तेरी मां किसी दूसरे की मानसिकता नहीं बदल सकती। मुझे पता है तू अभी छोटी है मेरी बातें नहीं समझती । तुम्हे लगता है मैं तेरा साथ नहीं देती। पर मुझे पता है मेरी बिटिया बहुत समझदार है।
हे सहा बहुत कुछ है तुमने,
मेरी नन्ही बिटिया रानी।
तेरे मन के उन ज़ख्मों को
तेरी मां न भर पाई।
जिन खुशियों की हकदार हो तुम
मेरी बच्ची तुझको न दें पाई
मजबूर बहुत है तेरी मां,
तेरे लिए नहीं कुछ कर पाई।
तुम सूरज बनकर चमको,
बन चांद गगन पर छा जाओ।
जो रोते हैं तेरे होने पर,
उनको अम्बर छू कर दिखलाओ।
तेरे जीवन को नए आयाम मिले,
हौसलों की नयी उड़ान मिले।
अपनों का तुझको प्यार मिलें,
मेरा आर्शीवाद सदा तेरे साथ रहे।
रुबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ