Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2019 · 1 min read

आरजू

आरजू
———–

फ़ाकाकशी थम जायेगी, गुर्बतें थम जायेंगी।
आरजू मेरी है कि हर, जुल्मतें थम जायेंगी।
.
एक पल का गुजरना, सदियों के मानिंद हो
जिंदगी के सफर में, गर हसरतें थम जायेंगी
.
शाख पर बैठा है पंछी, उड़ने की फिराक में
चंद लम्हों में अगर ये, दहशतें थम जायेंगी।
.
भीड़ में भी तरसती, जिंदगियाँ इमदाद को
भाईचारे के दम से, हर खलबतें थम जायेंगी।
.
रोज करता है दुआऐं, सूरते हर हाल में
इस जमीं पर ‘सुरेश’, नफरतें थम जायेंगी।
.
(सुरेश जादव,
डिप्टी कलेक्टर मुरैना)

1 Like · 1 Comment · 212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"पता नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
ना सातवें आसमान तक
ना सातवें आसमान तक
Vivek Mishra
बड़ा मुंहफट सा है किरदार हमारा
बड़ा मुंहफट सा है किरदार हमारा
ruby kumari
23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/205. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मूलांक*
*मूलांक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
Ram Krishan Rastogi
किसी दिन
किसी दिन
shabina. Naaz
मेरी सोच (गजल )
मेरी सोच (गजल )
umesh mehra
*वर्तमान पल भर में ही, गुजरा अतीत बन जाता है (हिंदी गजल)*
*वर्तमान पल भर में ही, गुजरा अतीत बन जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना
आर.एस. 'प्रीतम'
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
Vishal babu (vishu)
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
😢शर्मनाक😢
😢शर्मनाक😢
*Author प्रणय प्रभात*
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आज का इंसान ज्ञान से शिक्षित से पर व्यवहार और सामजिक साक्षरत
आज का इंसान ज्ञान से शिक्षित से पर व्यवहार और सामजिक साक्षरत
पूर्वार्थ
* गीत कोई *
* गीत कोई *
surenderpal vaidya
"धन्य प्रीत की रीत.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ए जिंदगी ,,
ए जिंदगी ,,
श्याम सिंह बिष्ट
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम याद आए
तुम याद आए
Rashmi Sanjay
जब तात तेरा कहलाया था
जब तात तेरा कहलाया था
Akash Yadav
🇭🇺 श्रीयुत अटल बिहारी जी
🇭🇺 श्रीयुत अटल बिहारी जी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
Surya Barman
★गैर★
★गैर★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
आखिर कब तक ?
आखिर कब तक ?
Dr fauzia Naseem shad
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
कवि दीपक बवेजा
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
Loading...