आरक्षण
“क्योकि आरक्षण उसका है”
सरकारे तो कहती है, भेदभाव को दूर करो।
पर जाति विशेष को छूट देकर, खुद ही मतभेद बढ़ाती है।
क्या दोष मेरे उस भाई का, जो दो नंबर कम लाया है,
उसकी मेरिट है गई खिसक, जबकि मेहनत कर आया है।
पर दुभग्य हमारा यह भी है, जो कभी नही कॉलेज आया,
बस कुछ नम्बर ही ला पाया, लेकिन किश्मत का अच्छा है,
क्योकि आरक्षण उसका है, क्योंकि आरक्षण उसका है।।
©प्रशान्त तिवारी “अभिराम”