Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2018 · 1 min read

आये हो जब से तुम मेरी जिन्दगी में -आर के रस्तोगी

आये हो जब से तुम मेरी इस जिन्दगी में
प्यार के कुछ सपने अब मै बुनने लगी हूँ
बनाया है जो प्यार का बगीचा मेरे लिए
उसमे से कुछ कालिया मै चुनने लगी हूँ

करते हो जो प्यार की बाते मोबाइल पर
उनको बड़े ध्यान से मै सुनने लगी हूँ
स्विच ऑन करने से पहले मोबाइल को
उसको अपने होठो से मै चूमने लगी हूँ

लिखे है जो गीत प्यार के मेरे लिए
उनको अब मै गुनगुनाने लगी हूँ
गाये हम दोनों कभी साथ मिलकर
उनको संगीत अब मै देने लगी हूँ

कब होगा हमारा इस प्यार का मिलन ?
उस दिन की प्रतीक्षा मै करने लगी हूँ
इस प्यार का कैसे होगा अब रंग रूप ?
इस कल्पना की समीक्षा मै करने लगी हूँ

कब आओगे मेरे द्वार दूल्हा बन कर ?
उस दिन का इन्तजार मै करने लगी हूँ
कब ले जाओगे मुझे डोली में बिठा कर ?
उस पल का इन्तजार मै करने लगी हूँ

कब होगी वो मिलन की रात हमारी ?
उसके आँखों में सपने मै सजोने लगी हूँ
कब होगे दो दिल एक दिल बन कर ?
उस रात को फूलो से मै सजाने लगी हूँ

टूट न जाये ये स्वपन कभी मेरे
ये सोच कर क्यों मै डरने लगी हूँ ?
पूरे कर देना ये सारे स्वपन मेरे तुम
इन काली रातो से मै डरने लगी हूँ

आर के रस्तोगी
मो 9971006425

Language: Hindi
601 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

बुढ़ापा
बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊
*प्रणय*
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
दहेज
दहेज
Mansi Kadam
अमीर-गरीब के दरमियाॅ॑ ये खाई क्यों है
अमीर-गरीब के दरमियाॅ॑ ये खाई क्यों है
VINOD CHAUHAN
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
कवि दीपक बवेजा
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
Shweta Soni
ख़ामोश इन निगाहों में
ख़ामोश इन निगाहों में
Dr fauzia Naseem shad
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
Gujarati literature
सुशील कुमार मोदी जी को विनम्र श्रद्धांजलि
सुशील कुमार मोदी जी को विनम्र श्रद्धांजलि
विक्रम कुमार
तुम्हारा पहला पहला प्यार
तुम्हारा पहला पहला प्यार
Akash Agam
हिम्मत कभी न हारिए
हिम्मत कभी न हारिए
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कुछ लोग
कुछ लोग
Dr.Pratibha Prakash
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
शिव प्रताप लोधी
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
Ravi Prakash
आल्हा छंद
आल्हा छंद
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हत्या
हत्या
Kshma Urmila
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
Three handfuls of rice
Three handfuls of rice
कार्तिक नितिन शर्मा
*पिता*...
*पिता*...
Harminder Kaur
दास्तान ए दिल की धड़कन
दास्तान ए दिल की धड़कन
ओनिका सेतिया 'अनु '
परिंदे भी वफ़ा की तलाश में फिरते हैं,
परिंदे भी वफ़ा की तलाश में फिरते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अक्सर देखते हैं हम...
अक्सर देखते हैं हम...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...