आया नूतन वर्ष है (दोहे)
चुग्गा चुगने आ गई,…चिडियों की बारात !
आशा की लेकर किरण,आया नवल प्रभात !!
बंद करो अब बाँटना,मजहब की खैरात !
आया नूतन वर्ष है,..लेकर नवल प्रभात !!
बदलोगे खुद को अगर,…बदलेंगे हालात !
किरणे लेकर ज्ञान की, आया नवल प्रभात ! !
आये नूतन वर्ष यह, लेकर नव उल्लास !
ऊपर वाले से यही, ..है मेरी अरदास !!
रमेश शर्मा.