आया नववर्ष
है सब लोग खुश,
कर रहे नया आगाज़,
मना रहे अपनी संस्कृति का
एक पावन पर्व आज,
आया गौरव का वो पल आज,
मिलकर सब मना रहे
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को
नववर्ष हमारा आज,
फूलों से सजाकर धरा को,
कर रही प्रकृति भी
इसका स्वागत आज,
खिल रही धूप धरा पर,
कर रही नववर्ष का
वो भी स्वागत आज,
लेकर आया है साथ,
शांति का संदेश
और सर्व धर्म समभाव का
लेकर पैगाम आज,
देखो खुश हो रही
भारत माता भी देखकर,
मिलकर सारा राष्ट्र
जो मना रहा नववर्ष आज।