आम राजा
आम राजा आम राजा,
फलों का है राजा आम,
देता है यह गुठली का भी दाम ।
आम पसंद होता है सभी को,
निराश नहीं करता यह किसी को ।।
ऐसा कोई अभी तक मिला नहीं,
जिसको आम पसंद नहीं ।
आम में मालदह का क्या कहना,
तुम पैसे लगाकर मालदह ही खरीदना ।।
आम के ऐसे किस्म बहुत हैं,
जैसे मालदह,नीलम,केसर,
बीजू,लँगड़ा,फजूली आम ।
मधुमेह के रोगी को इसका,
गुठली आता दवा का काम ।।
आम बहुत गुणकारी होता,
सेहत सही बनाता है ।
मन से पका होने पर सभी का,
यह दिल आनंदित कर जाता है ।।
आम फलों का राजा होता ,
हमारे बाबूजी समझाते हैं ।
रसभरे आम अच्छे लगते हैं,
इसलिये हमसब मिलकर इसे खाते हैं ।।
कच्चे आमों का भी यहाँ पर,
कई तरह से है उपयोग ।
जैसे कोई लगाता अचार इनका,
तो कोई चटनी में करता प्रयोग ।।
आम के पत्तों से होता,
घरों में पूजा पाठ का काम ।
गर्मी में जब लू लग जाये और दवा कोई काम न आये ,
तब अपनी याद दिलाता आम,
और शरीर में पकाकर लगता आम ।।
फर्नीचर से जलावन तक,
जीवन में पूजा पाठ से मृत्यु के देहावसान तक,
आम और आम का पेड़ दोनों खाने पीने से लेकर,
घर गृहस्थी में रहने सहने से,
चूल्हा चौका तक इसका प्रयोग बहुत है ।
मतलब इसके जड़ से लेकर पत्तों तक,
हमारे जीवन में उपयोग बहुत है ।।
कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 26 /5/ 2023
समय – 12 : 42 (दोपहर)