आम आदमी का स्वभाव।
आज के आदमी का स्वभाव एक दम स्वार्थी हो गया है । वह भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है।उसका सही तरीके से विरोध भी नहीं कर पा रहा है।वह एक डरपोक बन कर जिंदगी जी रहा है। सत्य बोलने से डरता है।और अपनों से कमजोर व्यक्तियो पर ज़ुल्म करता है। चूंकि उसके पास एक अधूरा ज्ञान भर है। इसलिए वह हर सच्चाई से डरता है।मानव एक गधे की तरह जिन्दगी जी रहा है। क्योंकि अमूल्य जीवन उसको बोझ लगने लगा है।आज का इंसान सिर्फ अपने लिए ही जीना चाहता है।
वह अपनी मस्ती में चूर हो गया है। क्योंकि वह इस जीवन की सच्चाई से अनभिज्ञ हैं। ईश्वर हमें अबोध जिंदगी देता है। हमें
इस धरती माता की गोद में रह कर ही कुछ न कुछ सीखना पड़ता है। तभी हम असली जिंदगी को प्राप्त करते हैं। मनुष्य अपनी
जिन्दगी में अच्छे काम बहुत कम करता है।बुरे कामों के बोझ से दबा रहता है। इसलिए उसे उसके दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।