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11 Jul 2022 · 3 min read

आब अमेरिकामे पढ़ता दिहाड़ी मजदूरक दुलरा, 2.5 करोड़ के भेटल स्कॉलरशिप!

बिहार के फुलवारीशरीफ के गोनपुरा गामक 17 वर्षीय महादलित छात्र प्रेम कुमार के स्नातक के पढ़ाई के लेल प्रतिष्ठित लाफायेट कॉलेज ऑफ अमेरिका सँ छात्रवृत्ति भेटल अछि. लाफायेट कॉलेज बिहार कऽ छात्र कए स्नातक के लेल 2.5 करोड़क छात्रवृत्ति देलक अछि। माने आब पटनाक दैहाड़ी मजदूरीक बेटा अमेरिकामे पढ़ता। एहि होनहार लड़काक पूरा कथा की अछि?

राजधानी पटनाक फुलवारी शरीफ के गोनपुरा गाम निवासी प्रेम कुमार आब अमेरिका जा कऽ पढ़ाई करताह। आ ई सभटा हुनकर मेहनतिक कारण संभव भेल। मीडिया रिपोर्ट कऽ अनुसार लाफायट कॉलेज ऑफ अमेरिका प्रेम कुमार कए ग्रेजुएशन के लेल 2.5 करोड़ क छात्रवृत्ति देलक अछि।

अपने केँ बता दी , 17 वर्षीय प्रेम के पिता जीतन मांझी दैनिक दैहाडी़ मजदूरी करय वाला छैथ। ओही समयमे करीब दस वर्ष पूर्व माता कलावती देवीक मृत्यु भऽ गेलन। प्रेमक माता-पिता कहियो स्कूल नहि गेलाह, मुदा आब ओ अमेरिका जा कए अपन माता-पिताक संग देशक नाम रोशन करताह। कॉलेज द्वारा देल गेल छात्रवृत्तिक राशि 2.5 करोड़ छै , माने प्रेम कुमार अमेरिका जा आपन सुन्नर सपना पूरा करताह, जे आम जनता केवल सपनामे देखैत अछि।

अपने लोकनिकेँ बता दी जे प्रेम बिहार के महादलित मुसहर समुदाय सँ छथिन्ह आओर ओ आपन परिवार के पहिल सदस्य होइ जे कॉलेज जाए वाला छथिन्ह. आइ धरि हुनकर परिवारमे कियो स्कूलक चेहरा नाहि देखने छै। हुनकऽ परिवार गरीबी रेखा सं नीचें (बीपीएल) श्रेणी मऽ आबै छै आरू राशन कार्ड धारक छै । अखनि प्रेम शोषित समाधान केन्द्र से 12वीं कक्षा कए अध्ययन कर रहल छथिन ।

घर नहि, कोनो सुविधा नहि!

पाँच बहिनमे प्रेम एकमात्र भाई छथि। प्रेम के लगे कोनो सुविधा नहि छैक। ओकर घरो कुटिया जइसन अछि। मुदा आब प्रेम एहि झोपड़ी से निकलि अमेरिकाक पैघ कॉलेज मे पढ़ाई करताह। बता दी जे बेटाक एतेक पैघ सफलता पऽ परिवार खुश अछि। परिवार मे खुशीक माहौल अछि, दोसर दिस बधाई सेहो भेटि रहल अछि।

सबसँ पैघ गप ई जे एहि उपलब्धिक पाछा प्रेमक लगन आ जुनून हुनका ई मुकाम पऽ आनी देला । बता दी, प्रेम कुमारक पिता दैहाड़ी मजदूरी करनिहार छथि। माता कलावती देवी भुइयामे सुतला सँ लकवाग्रस्त भऽ गेलीह। 10 साल पहिने हुनकर माए के मौत भऽ गेल छलन्हि. मायक गेलाक बाद बाप-बहिन सभ लोकनि के सम्हारलनि। आइ एहि सुखद क्षण मे आसपासक लोक सेहो पहुँचि रहल छथि आ मिठाई खुआ रहल छथि।

ई छात्रवृत्ति केकरा भेटैत छै ?

बता दी जे वर्ष 1826 में स्थापित लाफायेट कॉलेज अमेरिका के टॉप 25 कॉलेज में शामिल अछि. एकरा अमेरिका के “हिडन आइवी” कॉलेज के श्रेणी में गिनल जाइत छै | ई सगर दुनिया भर के छह छात्रऽ के चयन करैऽ छै, जेकरा म॑ स॑ एगो प्रेम छै, जेकरा लाफायैट कॉलेज स॑ ‘डायर फेलोशिप’ मिलत । आउ बताबी जे ई फेलोशिप एहन चयनित छात्र के देल जाइत अछि जिनका में दुनिया के कठिनतम समस्या के समाधान तकबाक आंतरिक प्रेरणा आ प्रतिबद्धता छनि | प्रेम कुमार एहि छात्रवृत्ति स चारि साल तक मैकेनिकल इंजीनियरिंग आ इंटरनेशनल रिलेशन क पढ़ाई करताह। ओ पहिल महादलित छात्र सेहो बनि चुकल छथि जे छात्रवृत्ति पाबि चुकल छथि। प्रेम दुनिया भर केरऽ 6 छात्रऽ म॑ शामिल छै जेकरा लाफायट कॉलेज स॑ प्रतिष्ठित “डायर फेलोशिप” मिललऽ छै । ‘ई अविश्वसनीय अछि, ई बात हमरा सभक समाज मे नहि भेल अछि’ छात्रवृत्ति प्राप्त करैत प्रेम बजलाह, “अविश्वसनीय अछि! हमार माता-पिता कहियो स्कूल नहि जा सकला । हमहूँ पिता जकाँ खेत आ निर्माण स्थल पर काज करैत रहि सकैत छलहुँ । मुदा डेक्स्टरिटी ग्लोबल आ शरद सागर सर के कारणे हमार जिनगी बदलि गेल। प्रेम कुमार आपन सफलता श्रेय डेक्स्टरिटी ग्लोब अपन शिक्षक के दैत छथिन्ह.

मौलिक एवं स्वरचित
© श्रीहर्ष आचार्य

Language: Maithili
Tag: लेख
1 Like · 1 Comment · 425 Views
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