Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2016 · 1 min read

आपने कर दिया इज़हार, हम अब भी उलझन में हैं

आपकी आँखों को हमारे चेहरे की आदत हो गयी।
अभी इस नशे को बहुत बढ़ाएंगे हम।

कुछ कदम हमारे साथ बढ़ाकर तो देखिये,
हर कदम पर आपका साथ निभाएंगे हम।

एक बार हमारी नज़रों में डूबकर देखिए,
अपने प्रेम से आपके जीवन को महकाएंगे हम।

अपनी ख्वाहिशों का हमसे इज़हार तो कीजिए,
आपके सभी नाज़-ओ-नखरे उठाएंगे हम।

कभी भी किसी मोड़ पर हमसे जुदा मत होना,
कि हर साँस हर धड़कन में आपको बुलाएंगे हम।

आपने कर दिया इज़हार, हम अब भी उलझन में हैं,
कैसे अपने दिल के जज़्बात आपको बताएंगे हम।

———— शैंकी भाटिया
सितम्बर 23, 2016

Language: Hindi
237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कृष्ण जन्म की आज बधाई
कृष्ण जन्म की आज बधाई
Rajesh Kumar Kaurav
मँझधार
मँझधार
Varun Singh Gautam
वीर अभिमन्यु– कविता।
वीर अभिमन्यु– कविता।
Abhishek Soni
जो  लिखा  है  वही  मिलेगा  हमें ,
जो लिखा है वही मिलेगा हमें ,
Dr fauzia Naseem shad
बनारस का घाट और गंगा
बनारस का घाट और गंगा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
झूठी है यह सम्पदा,
झूठी है यह सम्पदा,
sushil sarna
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
शिक्षा अपनी जिम्मेदारी है
Buddha Prakash
कविता
कविता
Nmita Sharma
मर मिटे जो
मर मिटे जो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पंछी अब तुम कब लौटोगे?
पंछी अब तुम कब लौटोगे?
Dr. Sukriti Ghosh
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Annapurna gupta
■ असलियत
■ असलियत
*प्रणय*
राजासाहब सुयशचरितम्
राजासाहब सुयशचरितम्
Rj Anand Prajapati
सब्र
सब्र
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
है सच्ची हुकूमत दिल की सियासत पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"जलने के बाद"
Dr. Kishan tandon kranti
गम और खुशी।
गम और खुशी।
Taj Mohammad
मोबाइल पर बच्चों की निर्भरता:दोषी कौन
मोबाइल पर बच्चों की निर्भरता:दोषी कौन
Sudhir srivastava
"कहानी मेरी अभी ख़त्म नही
पूर्वार्थ
" पुष्कर वाली धुलंडी "
Dr Meenu Poonia
अपना उल्लू सीधा करना
अपना उल्लू सीधा करना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
राहत भरी चाहत
राहत भरी चाहत
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
शीर्षक -आँख क्यूँ नम है!
शीर्षक -आँख क्यूँ नम है!
Sushma Singh
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
Kanchan Khanna
साक्षात्कार- पीयूष गोयल दर्पण छवि लेखक
साक्षात्कार- पीयूष गोयल दर्पण छवि लेखक
Piyush Goel
जीवन का सुख सारा बचपन
जीवन का सुख सारा बचपन
Bharti Das
Loading...