आपके बिन
आपके बिन रह अधूरे जाएँगे
जिन्दगी में हो अँधेरे जाएँगे
दूरियाँ अपनी मिटेगी आज तो
आपके हो हम दिवाने जाएँगे
दोड़ती थी जिन्दगी रफ्तार से
काम के बिन तो निवाले जाएँगे
दिल हमारे जल रहे अंगार है
पास आये तो पिघलते जाएँगे
बस निभाते ही रहे इस प्यार को
दूर जाने पर उजड़ते जाएँगे
आप आकर रोज हमसे मिले जब
साथ पाकर हो तुम्हारे जाएँगे
इस मुहब्बत पर लुटा दे सर्वस्व तू
जाम मय वो पिलाते जाएँगे