आपके प्यार में
**** आपके प्यार मे (ग़ज़ल) ****
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बांवरा पागल सा आपके प्यार में,
सूझता कुछ भी ना आपके प्यार में।
खो दिया है जानेमन न कुछ भी गिला,
हौसला भी खोया आपके प्यार में।
सूखते ऑंसू आँखें नमी में हुई,
नीर नैनों से बहता आपके प्यार में।
तुम कहाँ पर हो हम ढूंढ़ते हैं थके,
ताकते हैं रास्ता आपके प्यार में।
क्या करे मनसीरत जानता ही नहीं,
रात दिन मैं रोया आपके प्यार में।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)