Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2022 · 1 min read

आपके नाम से ही पहचान हैं इस जमाने में “पापा”

आपके नाम से ही पहचान हैं इस जमाने में “पापा”
भला इससे बड़ी शौहरत ओर क्या होगी मेरे लिए “पापा”..!!
– कृष्ण सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का (घनाक्षरी)
Ravi Prakash
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
कहां गए बचपन के वो दिन
कहां गए बचपन के वो दिन
Yogendra Chaturwedi
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
लिखू आ लोक सँ जुड़ब सीखू, परंच याद रहय कखनो किनको आहत नहिं कर
DrLakshman Jha Parimal
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
शेखर सिंह
प्यारा भारत देश है
प्यारा भारत देश है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
घंटा हिलाने वाली कौमें
घंटा हिलाने वाली कौमें
Shekhar Chandra Mitra
गीत.......✍️
गीत.......✍️
SZUBAIR KHAN KHAN
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
हत्या-अभ्यस्त अपराधी सा मुख मेरा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
कवि रमेशराज
*दो स्थितियां*
*दो स्थितियां*
Suryakant Dwivedi
अब तक नहीं मिला है ये मेरी खता नहीं।
अब तक नहीं मिला है ये मेरी खता नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
मानवीय संवेदना बनी रहे
मानवीय संवेदना बनी रहे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क़यामत
क़यामत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
पहले क्या करना हमें,
पहले क्या करना हमें,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"लाल गुलाब"
Dr. Kishan tandon kranti
शक्कर की माटी
शक्कर की माटी
विजय कुमार नामदेव
" तुम खुशियाँ खरीद लेना "
Aarti sirsat
अध्यापक :-बच्चों रामचंद्र जी ने समुद्र पर पुल बनाने का निर्ण
अध्यापक :-बच्चों रामचंद्र जी ने समुद्र पर पुल बनाने का निर्ण
Rituraj shivem verma
चुनौती हर हमको स्वीकार
चुनौती हर हमको स्वीकार
surenderpal vaidya
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Gairo ko sawarne me khuch aise
Gairo ko sawarne me khuch aise
Sakshi Tripathi
रुत चुनाव की आई है 🙏
रुत चुनाव की आई है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पर्वत 🏔️⛰️
पर्वत 🏔️⛰️
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...