आत्माभिव्यक्ति
जनता के बीच आज करूं मैं पुकार रखूं दिल की है बात कुछ ऐसी है जानिए।
लेखनी उठाई है तो बंद न करूंगी अब जितनी बाधाएं आएं सत्य आप जानिए।
भले न बनूं महादेवी , अक्कमहादेवी मैं देश का गौरव पिता का मान मुझे चाहिए।
भले न बनूं गार्गी ,अपाला,लोपामुद्रा मैं आने वाली पीढ़ी बेमिसाल मुझे चाहिए।।
अनामिका तिवारी” अन्नपूर्णा”✍️