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20 Oct 2024 · 1 min read

आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….

आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….
लेकिन मुझे जचा नहीं रहना दिया के साथ।

शब ए ग़मो की मौज से बाहर न कीजिए…
मिन्नत है छूट जाए यूं रिश्ता हवा के साथ।

दीपक झा रुद्रा

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