आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….
आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….
लेकिन मुझे जचा नहीं रहना दिया के साथ।
शब ए ग़मो की मौज से बाहर न कीजिए…
मिन्नत है छूट जाए यूं रिश्ता हवा के साथ।
दीपक झा रुद्रा
आने को तो आ जाएंगे बेदिल वफ़ा के साथ….
लेकिन मुझे जचा नहीं रहना दिया के साथ।
शब ए ग़मो की मौज से बाहर न कीजिए…
मिन्नत है छूट जाए यूं रिश्ता हवा के साथ।
दीपक झा रुद्रा