Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2022 · 1 min read

*आधा चूहा खाया (बाल कविता)*

आधा चूहा खाया (बाल कविता)
_________________________
आधा चूहा खाया
आधा लगी छोड़ के जाने
बिल्ली के यह रंग न अच्छे
शेरू जी ने माने

बोले जंगल हम सब मिलकर
कैसे स्वच्छ बनाऍं
अगर मारकर चूहा आधा
छोड़ आप घर जाऍं

अब से नियम चलेगा यह ही
पूरा खाना होगा
अगर गंदगी फैलाई
देना जुर्माना होगा
———————————————-
रचयिताः रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

215 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

चल मनवा चलें.....!!
चल मनवा चलें.....!!
Kanchan Khanna
यॅू तो,
यॅू तो,
TAMANNA BILASPURI
अरसे बाद
अरसे बाद
Sidhant Sharma
सोरठौ
सोरठौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
दोस्त
दोस्त
Rambali Mishra
चुनावी त्यौहार
चुनावी त्यौहार
Ahtesham Ahmad
Subject-I don't believe in God.
Subject-I don't believe in God.
Priya princess panwar
क़दमों के निशां
क़दमों के निशां
Dr Mukesh 'Aseemit'
भारत भूमि महान है
भारत भूमि महान है
indu parashar
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
DrLakshman Jha Parimal
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
#कौन_देगा_जवाब??
#कौन_देगा_जवाब??
*प्रणय*
Xhazal
Xhazal
shahab uddin shah kannauji
लिंकन के पत्र का काव्यरूपांतरण
लिंकन के पत्र का काव्यरूपांतरण
rekha rani
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मां मेरी
मां मेरी
Mukesh Kumar Rishi Verma
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
*पानी सबको चाहिए, पक्षी पशु इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है...
मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है...
राहुल रायकवार जज़्बाती
शहीद का गांव
शहीद का गांव
Ghanshyam Poddar
सम्बन्धों  की  भीड़  में,  अर्थ बना पहचान ।
सम्बन्धों की भीड़ में, अर्थ बना पहचान ।
sushil sarna
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
हमेशा दोस्त ही हैं जो हमारे साथ चलते हैं
हमेशा दोस्त ही हैं जो हमारे साथ चलते हैं
Dr Archana Gupta
एक कंजूस व्यक्ति कभी भी अपने जीवन में आदर्श स्थापित नही कर स
एक कंजूस व्यक्ति कभी भी अपने जीवन में आदर्श स्थापित नही कर स
Rj Anand Prajapati
धड़का करो
धड़का करो
©️ दामिनी नारायण सिंह
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
sushil sharma
जिंदगी बस एक सोच है।
जिंदगी बस एक सोच है।
Neeraj Agarwal
कुरीतियों पर प्रहार!
कुरीतियों पर प्रहार!
Harminder Kaur
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
पुरवाई
पुरवाई
Seema Garg
Loading...