Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2023 · 1 min read

आदर्श परिवार

होता वही आदर्श परिवार

खुशियाँ जहाँ हो अपरंपार

रहे आपस में घना लगाव

कभी न होता मनमुटाव

भाई-बहन और मम्मी-पापा

चाचा-चाची, दादी-दादा

तरह-तरह के रिश्ते-नाते

प्रेम भाव से रहें निभाते

आपस में सम्मान करें सब

होता रहे बडो़ं का आदर

छोटों पर नित प्रेम लुटाएँ

अपनापन सबसे दर्शाएँ

एक ही हो मुखिया घर का

एक-सा ख़याल करे जो सबका

एक साथ मिल निर्णय लेते

सबकी बातों को महत्त्व देते

सब में रहे एकता कायम

वाणी पे सदा रखें संयम

कभी न हो घर में बँटवारा

ऐसा कुटुंब ही सबसे प्यारा!

1 Like · 259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
क्षितिज के पार है मंजिल
क्षितिज के पार है मंजिल
Atul "Krishn"
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
Neeraj kumar Soni
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
सन्यासी का सच तप
सन्यासी का सच तप
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
4204💐 *पूर्णिका* 💐
4204💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
Bidyadhar Mantry
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
Ashwini sharma
श्रीराम किसको चाहिए..?
श्रीराम किसको चाहिए..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
Bindesh kumar jha
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
ओसमणी साहू 'ओश'
😊नीचे ऊंट पहाड़ के😊
😊नीचे ऊंट पहाड़ के😊
*प्रणय*
हमें
हमें
sushil sarna
"दो नावों पर"
Dr. Kishan tandon kranti
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
VINOD CHAUHAN
सकट चौथ की कथा
सकट चौथ की कथा
Ravi Prakash
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
Sonam Puneet Dubey
न मां पर लिखने की क्षमता है
न मां पर लिखने की क्षमता है
पूर्वार्थ
बहुत प्यारी है प्रकृति
बहुत प्यारी है प्रकृति
जगदीश लववंशी
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
Phool gufran
जीवन को जीवन की तरह ही मह्त्व दे,
जीवन को जीवन की तरह ही मह्त्व दे,
रुपेश कुमार
आंखें हमारी और दीदार आपका
आंखें हमारी और दीदार आपका
Surinder blackpen
वर्तमान परिस्थिति - एक चिंतन
वर्तमान परिस्थिति - एक चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ज़माना
ज़माना
अखिलेश 'अखिल'
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शादाब रखेंगे
शादाब रखेंगे
Neelam Sharma
Loading...