आदमी से हटकर
यदि हम ,
कुछ पाना चाहते हैं
तो वह यह कि-
हम पाना
नहीं चाहते
अपने ही भीतर
खोया हुआ
आदमी. ।
यदि हम
कुछ करना
चाहते हैं,
तो यह कि-
हम कुछ भी
करना नहीं चाहते,
आदमी होते हुए।
यदि हम
कुछ सुनना
चाहते हैं,तो
वह यह कि-
हम सुनना नहीं चाहते
आदमी से
आदमी की बात ।
यदि हम
कुछ कहना
चाहते हैं तो वह
यह कि-
हम कुछ भी
कहना नहीं चाहते
आदमी की तरह
हाँ , अब यह बात
अलह़दा है कि-
आदमी से हटकर
हम सभी-कुछ
करना चाहतें हैं ।