#कुंडलिया छंद//जानकारी लो पूरी
#कुंडलिया छंद
कस्तूरी खोजे हिरण , बन ख़ुद से अनजान।
दौड़-दौड़ कर थक गिरे , मिले नहीं संज्ञान।।
मिले नहीं संज्ञान , मूर्खता निज पर भारी।
दिशा नहीं मालूम , कर्म करके लाचारी।
सुन प्रीतम की बात , जानकारी लो पूरी।
फिर करना तुम कर्म , मिले मंज़िल कस्तूरी।
#आर.एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित कुंडलिया