आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
ऐ खुदा अब रौशनी की राह तू दिखला
हो कोई खिज़र….
.कोई मसीहा …
फिर से हो पैदा यहां
जालिमों को खत्म करने
अब आये ज़माने के इमाम …..
आ गया वक़्त फिर……
जाग जा ऐ इंसान .
…shabinaZ
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
ऐ खुदा अब रौशनी की राह तू दिखला
हो कोई खिज़र….
.कोई मसीहा …
फिर से हो पैदा यहां
जालिमों को खत्म करने
अब आये ज़माने के इमाम …..
आ गया वक़्त फिर……
जाग जा ऐ इंसान .
…shabinaZ