Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2021 · 1 min read

आदमखोर

यह आदमी है या आदमखोर
गला काट व्यवहार
अन्तरंग सम्बन्धों में भी
लेन–देन में लेना
सब माटी के मोल
और देना
दे रहा हो जैसे शरीर से खुरच कर सोना।
बातचीत में बात
बात के शब्दों से आती हुई
गर्व की दुर्गन्ध
ईश्वर की सौगन्ध
सृष्टिकत्र्ता ने जीव के अंग–प्रत्यंग पर
रख दिया।

Language: Hindi
1 Comment · 357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*चुप रहने की आदत है*
*चुप रहने की आदत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
* मैं बिटिया हूँ *
* मैं बिटिया हूँ *
Mukta Rashmi
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
संभव कब है देखना ,
संभव कब है देखना ,
sushil sarna
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कवि रमेशराज
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
Rohit yadav
मन किसी ओर नहीं लगता है
मन किसी ओर नहीं लगता है
Shweta Soni
वो मुझे रूठने नही देती।
वो मुझे रूठने नही देती।
Rajendra Kushwaha
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
शेखर सिंह
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
इंतहा
इंतहा
Kanchan Khanna
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
अच्छी लगती धर्मगंदी/धर्मगंधी पंक्ति : ’
अच्छी लगती धर्मगंदी/धर्मगंधी पंक्ति : ’
Dr MusafiR BaithA
★साथ तेरा★
★साथ तेरा★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
हे राम ।
हे राम ।
Anil Mishra Prahari
कैसे कहें घनघोर तम है
कैसे कहें घनघोर तम है
Suryakant Dwivedi
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
डॉक्टर रागिनी
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संघर्ष........एक जूनून
संघर्ष........एक जूनून
Neeraj Agarwal
■ कुत्ते की टेढ़ी पूंछ को सीधा  करने की कोशिश मात्र समय व श्र
■ कुत्ते की टेढ़ी पूंछ को सीधा करने की कोशिश मात्र समय व श्र
*प्रणय प्रभात*
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
"हैसियत"
Dr. Kishan tandon kranti
सम्भव नहीं ...
सम्भव नहीं ...
SURYA PRAKASH SHARMA
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
Mahender Singh
परी
परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...