आदत रखो
बेवजह ही खूब मुस्कुराने की आदत रखो।
जो जले उन्हें और जलाने की ताकत रखो।
चलो निरन्तर मंजिल आ गले लग जाएगी,
साथ में हौसला और खुदा की इबादत रखो।
-शशि “मंजुलाहृदय”
बेवजह ही खूब मुस्कुराने की आदत रखो।
जो जले उन्हें और जलाने की ताकत रखो।
चलो निरन्तर मंजिल आ गले लग जाएगी,
साथ में हौसला और खुदा की इबादत रखो।
-शशि “मंजुलाहृदय”