Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2020 · 1 min read

— आत्मा से आत्मा का मिलन —

संभव तो नहीं हो सकता
पर संभव करना जरुरी है
जो धड़कन जब एक जान हैं
तो मेरी आत्मा तुझ से कैसे अनजान है

तुझ में समां जाऊं
आकर तेरी आगोश में
रख लेना संभाल कर मुझे
आखिर तेरा ही तो अक्ष जो हूँ

तड़पता रहता है मेरा मन
तेरे ही दीदार को हर पल
वो इक कशिश सी सताती है
क्यूँ कि साँसों में रचा बसा जो हूँ

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 371 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
प्यार के बारे में क्या?
प्यार के बारे में क्या?
Otteri Selvakumar
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
अर्थहीन हो गई पंक्तियां कविताओं में धार कहां है।
अर्थहीन हो गई पंक्तियां कविताओं में धार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रज के हमको रुलाया
रज के हमको रुलाया
Neelam Sharma
।।
।।
*प्रणय*
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
shabina. Naaz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मौन
मौन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
Ashwini sharma
Keep On Trying!
Keep On Trying!
R. H. SRIDEVI
चाहतें हैं
चाहतें हैं
surenderpal vaidya
चलो चाय पर करने चर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आप मुझको
आप मुझको
Dr fauzia Naseem shad
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
Phool gufran
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
नशा रहता है इस दर्द का।
नशा रहता है इस दर्द का।
Manisha Manjari
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
Bidyadhar Mantry
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
Kalamkash
"जान लो"
Dr. Kishan tandon kranti
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
Rituraj shivem verma
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
Shekhar Chandra Mitra
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
DrLakshman Jha Parimal
.............सही .......
.............सही .......
Naushaba Suriya
3822.💐 *पूर्णिका* 💐
3822.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...