Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2023 · 1 min read

आत्मा की शांति

वृद्धाश्रम पहुँचे रासबिहारी जी से गोविंद जी ने पूछा- ” कैसे हैं भाई साहब? चिंता मत करिए, कुछ दिन बाद मन लगने लग जाएगा। यहाँ सभी लोग बहुत अच्छे हैं। एक दूसरे का खूब ख्याल रखते हैं।”
“ख्याल तो खूब हमारे बच्चों ने भी रखा। न बेटों के घर में हमारे लिए जगह थी और न बेटी के घर में।”
“अब जब अंतिम सहारे के रूप में यह जगह मिली है तो मन तो लगाना ही पड़ेगा।”
“आपके घर में कौन-कौन है?” गोविंद जी ने पूछा।
“दो बेटे हैं, जो मल्टीनेशनल कम्पनी में काम करते हैं और बड़ी बहू बैंक में मैनेजर है और दूसरी छोटी बहू डाॅक्टर है। बेटी और दामाद भी हैं। दामाद आर्मी में कैप्टन है।”
“अरे वाह , आपका तो भरा-पूरा परिवार है। बच्चे खुश रहें, हम बड़े-बूढ़ों को और क्या चाहिए इस उम्र में। सही बात है कि नहीं।”
” बिल्कुल सही कह रहे हैं आप। यहाँ आकर मुझे बहुत सुकून महसूस हो रहा है।”
“सबसे बड़ी बात दुनिया की एक सच्चाई पता चली कि कोई किसी का नहीं। न बेटा, न बहू और न बेटी , न दामाद। सबकी बहुत चिंता रहती थी। अब , इस आश्रम में रहते हुए प्राण निकलेंगे तो आत्मा भटकेगी नहीं क्योंकि कोई अपना इस संसार में है ही नहीं।”
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
1 Like · 249 Views

You may also like these posts

*आँखों से  ना  दूर होती*
*आँखों से ना दूर होती*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आशियाना
आशियाना
Dipak Kumar "Girja"
ज़िंदगी आईने के
ज़िंदगी आईने के
Dr fauzia Naseem shad
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
कवि रमेशराज
- तुम हो गर्वी गुजराती में हु राजस्थानी -
- तुम हो गर्वी गुजराती में हु राजस्थानी -
bharat gehlot
*बदला लेने का मतलब बस, अपना समय गॅंवाना है (हिंदी गजल)*
*बदला लेने का मतलब बस, अपना समय गॅंवाना है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मेरा भारत जिंदाबाद
मेरा भारत जिंदाबाद
Satish Srijan
पाप.....
पाप.....
sushil sarna
कण कण में है श्रीराम
कण कण में है श्रीराम
Santosh kumar Miri
*लड़ाई*
*लड़ाई*
Shashank Mishra
श्रीमद भागवत कथा व्यास साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया गोरखपुर
श्रीमद भागवत कथा व्यास साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया गोरखपुर
Dr Nisha Agrawal
फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर।
फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर।
surenderpal vaidya
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Agarwal
बुंदेली दोहा -कुलंग (एक बीमारी)
बुंदेली दोहा -कुलंग (एक बीमारी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
# खरी बातें
# खरी बातें
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
मन के पन्नों में उलझी मैं..
मन के पन्नों में उलझी मैं..
Priya Maithil
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
ईश्वर का लेख नियति से बदल गया
Trishika S Dhara
नारी
नारी
Shyam Sundar Subramanian
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
पूर्वार्थ
"अल्फाज "
Dr. Kishan tandon kranti
4446.*पूर्णिका*
4446.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी दुनियाँ.....
मेरी दुनियाँ.....
Naushaba Suriya
आदतों में जो थी आवाजें।
आदतों में जो थी आवाजें।
Manisha Manjari
तेरी मौन की भाषा समझता हूॅं...
तेरी मौन की भाषा समझता हूॅं...
Ajit Kumar "Karn"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
कोशिश है खुद से बेहतर बनने की
Ansh Srivastava
Loading...