Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2021 · 1 min read

आत्मविश्वास

✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की पानी के बहाव के साथ सिर्फ मरी हुई मछली ही बहती है ,जिन्दा मछली तो अपना रास्ता स्वयं बनाती है ,ऐसा ही कुछ आत्मविश्वास खो चुके और आत्मविश्वास से लबरेज व्यक्तियों के साथ है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इंसान भी कितना स्वार्थी है पहले अंधकार को प्रकाश में बदलने के लिए माचिस की तीली का प्रयोग करता है ,और प्रकाश होते ही उस तीली को पैरों तले रौंद देता है या छिटक कर फेंक देता है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो पायदान हमारी गन्दगी को साफ़ करता है ,जो हमें बाहर की गन्दगी अंदर नहीं ले जाने देता उसी पायदान को हम ठोकरों से आगे पीछे करते हैं ,ठीक उसी प्रकार जो व्यक्ति हमारे यहाँ से कचरा ले जाते हैं या साफ़ करते हैं उनसे हम किस तरह का भेदभाव करते हैं …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की खुशियां प्रसाद की तरह होती हैं जो सबमें बाँट दी जाती हैं और दर्द जहर की तरह होता है जो खुद को ही पीना पड़ता है …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 343 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फितरत
फितरत
Mukesh Kumar Sonkar
नारी
नारी
Dr Parveen Thakur
*कहते यद्यपि कर-कमल , गेंडे-जैसे हाथ
*कहते यद्यपि कर-कमल , गेंडे-जैसे हाथ
Ravi Prakash
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
Shubham Pandey (S P)
दुविधा
दुविधा
Shyam Sundar Subramanian
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
लोग कह रहे हैं राजनीति का चरित्र बिगड़ गया है…
लोग कह रहे हैं राजनीति का चरित्र बिगड़ गया है…
Anand Kumar
तबीयत मचल गई
तबीयत मचल गई
Surinder blackpen
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ज़िंदगी तेरी किताब में
ज़िंदगी तेरी किताब में
Dr fauzia Naseem shad
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
Rj Anand Prajapati
मौत
मौत
नन्दलाल सुथार "राही"
दुनिया  की बातों में न उलझा  कीजिए,
दुनिया की बातों में न उलझा कीजिए,
करन ''केसरा''
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
Vivek Ahuja
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
वसंत - फाग का राग है
वसंत - फाग का राग है
Atul "Krishn"
योग
योग
लक्ष्मी सिंह
अमिट सत्य
अमिट सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
–स्वार्थी रिश्ते —
–स्वार्थी रिश्ते —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
नदियों का एहसान
नदियों का एहसान
RAKESH RAKESH
मातर मड़ई भाई दूज
मातर मड़ई भाई दूज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
नालंदा जब  से  जली, छूट  गयी  सब आस।
नालंदा जब से जली, छूट गयी सब आस।
गुमनाम 'बाबा'
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
विश्वास
विश्वास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*मुहब्बत के मोती*
*मुहब्बत के मोती*
आर.एस. 'प्रीतम'
चलना हमारा काम है
चलना हमारा काम है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Janeu-less writer / Poem by Musafir Baitha
Janeu-less writer / Poem by Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Good morning
Good morning
Neeraj Agarwal
Loading...