आत्मरक्षा
आत्मरक्षा के लिए शत्रु का वध करना आवश्यक है।
संकटमय परिस्थिति में जीवन रक्षण हेतु प्रतीक्षा अवधि या अन्यथा विकल्प नही है।
आत्मरक्षा के लिए शत्रु का वध करना आवश्यक है।
संकटमय परिस्थिति में जीवन रक्षण हेतु प्रतीक्षा अवधि या अन्यथा विकल्प नही है।