Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2021 · 1 min read

आत्मनिर्भर भारत

आत्मनिर्भर भारत

आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर हों
विश्व पर आश्रित न होकर आत्मनिर्भर हों
देखती आँखे हैं सपने, आत्मनिर्भर हों
हाथों में हो काम अपने, आत्मनिर्भर हों

इस महामारी ने हमको ख़ूब बतलाया
कच्चे मालों और तकनीकी पे डर छाया
दूसरे कन्धे से कब तक गन चलाओगे
उसने यदि उचका दिया न लक्ष्य पाओगे
इसलिए अब मन में ठाने आत्मनिर्भर हों
स्वयं की क्षमता को जाने आत्मनिर्भर हों
आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर हों……

लघु मँझोले काम धन्धों को बढ़ाएँगे
देश के घर – घर में धन्धे रोप आएँगे
हस्तशिल्पी श्रमिक बुनकर काम पाएँगे
देश – निर्माता उचित सम्मान पाएँगे
नागरिकता बोध जागे आत्मनिर्भर हों
पीड़ा दुःख दारिद्र भागे आत्मनिर्भर हों
आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर हों….

कुशल क्षमतावान हाथों देश जब होगा
प्रौद्योगिक औ चिकित्सा में ग़ज़ब होगा
नई तकनीकी से खेती को बढ़ाएँगे
स्वस्थ पर्यावरण हित हम वन लगाएँगे
राष्ट्र नव – निर्माण पाए आत्मनिर्भर हों
राष्ट्र् भक्ती ‘धवल’ छाए आत्मनिर्भर हों
आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर हों……

आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर, आत्मनिर्भर हों
विश्व पर आश्रित न होकर आत्मनिर्भर हों
देखती आँखे हैं सपने, आत्मनिर्भर हों
हाथों में हो काम अपने, आत्मनिर्भर हों ||

रचना-प्रदीप तिवारी धवल

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
क्षणिका  ...
क्षणिका ...
sushil sarna
जीवन का एक चरण
जीवन का एक चरण
पूर्वार्थ
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
शहर में नकाबधारी
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
दिल का दर्द, दिल ही जाने
दिल का दर्द, दिल ही जाने
Surinder blackpen
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
बच्चो की कविता -गधा बड़ा भोला
बच्चो की कविता -गधा बड़ा भोला
अमित
"अतिथि "
Dr. Kishan tandon kranti
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
Ajit Kumar "Karn"
15, दुनिया
15, दुनिया
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
gurudeenverma198
स्वभाव मधुर होना चाहिए, मीठी तो कोयल भी बोलती है।।
स्वभाव मधुर होना चाहिए, मीठी तो कोयल भी बोलती है।।
Lokesh Sharma
नींद
नींद
Kanchan Khanna
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
Dr. Man Mohan Krishna
मईया का ध्यान लगा
मईया का ध्यान लगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
Otteri Selvakumar
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
Phool gufran
क़ुर्बानी
क़ुर्बानी
Shyam Sundar Subramanian
4501.*पूर्णिका*
4501.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
*प्रणय*
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
चलो आज वक्त से कुछ फरियाद करते है....
चलो आज वक्त से कुछ फरियाद करते है....
रुचि शर्मा
*जीवन में,
*जीवन में,
नेताम आर सी
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
*आओ चुपके से प्रभो, दो ऐसी सौगात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यह आशामय दीप
यह आशामय दीप
Saraswati Bajpai
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
भारत की गौरवशाली परंपरा का गुणगान लिखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तुझसे उम्मीद की ज़रूरत में ,
तुझसे उम्मीद की ज़रूरत में ,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...