*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)
आठ माह की अद्वी प्यारी
हिम्मत देखो कभी न हारी
घुटनों के बल खड़ी हो रही
पकड़ सहारा बड़ी हो रही
पकड़-पकड़ कर चलती जाती
मन ही मन देखो मुस्काती
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451