जग की सारी बन्दिशें, चलो तोड़ दें आज ।
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
अगर सड़क पर कंकड़ ही कंकड़ हों तो उस पर चला जा सकता है, मगर
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
अकारण सेकेंडों की बात मिनटों व घण्टों तक करने वाले न अपना भल
मौसम तो सर्दी का इश्क के शोले भड़क रहे है
वफ़ा की तहरीरें - चंद अशआर
चोट खाकर टूट जाने की फितरत नहीं मेरी
छठ के ई त्योहार (कुण्डलिया छंद)
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
मतदान से, हर संकट जायेगा;
*हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है*