आज भी तुझें….
आज भी में उसके साथ बिताए पल याद करके सोचता हूँ
आज भी उसकी कही हुई बातें याद करके सोचता हूँ
आज भी वो मेरे यादों मे है, एक साये की तरह
आज भी उसकी कही हुई बातें सोचता हूँ
देखता हू उसके साथ खिचाई हुई कुछ फोटो को
कितना खुश था मे उसके साथ ये बातें मे आज भी सोचता हूँ
वो कहती थी कभी न जाउंगी तुमको छोड़ कर,
वो बातें,वो यादे,वो कसमे, वो वादे याद करता हूँ
निकल आते हैं मेरी आँखो से आँसू अकेले में
जब तन्हाई मे अकेले बैठ कर उसकी दी हुई कसमो को सोचता हूँ
जिस दिन उसको मैने पहली बार देखा था,
उस पल को मे आज भी सोचता हूँ,
रातों मे नीद नहीं आती आँखो मे सिर्फ आँसू आते हैं ये सोच कर,
क्यों वो सपने दिखाये इस हसीन रात में,जो पूरे न हो सके,
उस पल को याद कर मे रात सोचता हूँ
जब आती हैं उसकी याद तो बेचैनी बड़ जाती हैं
क्यों वो मुझे बेवजह याद आती हैं,
इस पल को सोच कर में पुरा दिन और रात गुजार देता हूँ
टूट जाती हैं नींद मेरी अक्सर तन्हा रातों में,
जब मैं उसके दिखाये हुए सपने देखता हूँ
क्यों आये तू मेरी जिंदगी में जो कुछ पल मेरे साथ न चल सकी,
क्यो खाई वो कसमें जो तू निभा नही सकी।
लानत करता हूँ उस पल को जब तू मुझे पसंद आई थी,
क्यो आई मुझे तू पसंद ये बात मे मैं आज भी सोचता हूँ। ।
सोचता हूँ तु क्यो याद आती है हर पल,
जो सब ठीक हुआ,
क्यो तुझे याद करता हूँ तुझे हर पल,हर लम्हा,हर घड़ी, हर दिन,सुबह और शाम।
न निकाल सकुंगा तुझे अपने रूह से, और न भुला सकुंगा तुझे,
तू आयेगी 1 दिन खुद चल कर फिर से मेरे पास,
बस यही सोच कर मे खुद को संभाल लेता हूँ।।
Vishal बाबू ✍️✍️✍️